PM Subhadra Yojana 2024 का उद्देश्य ओडिशा राज्य की महिलाओं को सशक्त बनाना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन के अवसर पर इस योजना का शुभारंभ किया। इस योजना का नाम भगवान जगन्नाथ की बहन देवी सुभद्रा के नाम पर रखा गया है। योजना का मुख्य लक्ष्य राज्य की 1 करोड़ से अधिक महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। आइए, इस योजना के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
योजना के तहत नामांकित महिला को मिलेगी आर्थिक सहायता
इस योजना के तहत हर पात्र महिला को वित्तीय वर्ष 2024-25 से अगले पाँच वर्षों के लिए कुल 50,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। यह राशि हर साल 10,000 रुपये की किस्तों में दी जाएगी, जो सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी। प्रत्येक किस्त 5,000 रुपये की होगी, जिससे महिलाएं वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर बन सकेंगी।
साल में दो बार ट्रांसफर की जाएगी योजना की राशि
योजना की राशि साल में दो बार दी जाएगी—पहली किस्त राखी पूर्णिमा (रक्षा बंधन) पर और दूसरी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) पर। इस प्रकार, महिलाओं को समय-समय पर आर्थिक सहयोग मिलेगा, जो उनके लिए बेहद मददगार साबित होगा। इस योजना के लिए अब तक 50 लाख से ज्यादा महिलाओं ने पंजीकरण कर लिया है, जिससे यह योजना महिलाओं में बेहद लोकप्रिय हो गई है।
बीजेपी सरकार ने शुरू की यह नई योजना
सुभद्रा योजना को भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में शुरू किया गया है। इस योजना का उद्देश्य राज्य में 24 साल के बीजेडी शासन को चुनौती देना और चुनावों से पहले महिलाओं के हित में किए गए वादों को पूरा करना है। इस योजना के माध्यम से महिलाएं न केवल आर्थिक रूप से मजबूत होंगी, बल्कि समाज में उनकी स्थिति भी सुदृढ़ होगी।
किस प्रकार काम करेगा प्रोजेक्ट
सुभद्रा योजना के तहत पंजीकरण की प्रक्रिया 1 सितंबर से शुरू हो गई है। महिलाओं को नकद सहायता सीधे उनके आधार-सक्षम बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी। इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए e-KYC प्रक्रिया पूरी करनी अनिवार्य है। इसके अलावा, लाभार्थियों को सुभद्रा डेबिट कार्ड भी जारी किया जाएगा, जिससे वे आसानी से नकद निकाल सकेंगी।
कौन नहीं ले सकता योजना का लाभ
इस योजना का लाभ केवल आर्थिक रूप से कमजोर और ज़रूरतमंद महिलाओं को ही मिलेगा। सम्पन्न परिवारों, सरकारी कर्मचारियों और आयकर दाताओं को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। साथ ही, जो महिलाएं पहले से किसी अन्य सरकारी योजना से 1,500 रुपये प्रति माह या उससे ज्यादा प्राप्त कर रही हैं, वे इस योजना के लिए पात्र नहीं होंगी। इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि केवल सही लाभार्थियों को ही योजना का फायदा मिले।
कब तक किया जा सकता है रजिस्ट्रेशन
इस योजना का पंजीकरण तब तक चलता रहेगा जब तक सभी पात्र महिलाओं का नामांकन नहीं हो जाता। इस योजना के तहत ओडिशा में 1 करोड़ से अधिक महिलाएं लाभान्वित होंगी, जिनके जन धन बैंक खाते पहले से ही खुले हुए हैं। इससे प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT) की प्रक्रिया को भी सुगम बनाया गया है।