बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना क्या है?
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत 15 जनवरी 2015 को की गई थी। यह योजना 3 बड़े मंत्रालय द्वारा संचालित की जाती है जिनमें महिला और बाल विकास मंत्रालय, स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय, तथा मानव संसाधन मंत्रालय शामिल है। इस योजना की जिम्मेदारी इन तीन प्रमुख मंत्रालय को देने का एक प्रमुख कारण यह है कि महिलाओं के स्वास्थ्य और सर्वांगीण विकास पर ध्यान देकर उनके रोजगार और शिक्षा की उचित व्यवस्था की जा सके।
इसीलिए सरकार इन तीनों मंत्रालयों के माध्यम से बेटियों तथा महिलाओं के लिए अनेक योजनाएं लागू कर रही है। योजना के लाभार्थियों को तीन वर्गों में बांटा गया है, जिसमें पहले वर्ग के तहत गर्भवती और स्तनपान करने वाली महिलाएं, माता-पिता और नवीन विवाहित दंपति लोगों को कवर किया जाएगा। दूसरे वर्ग में युवा, किशोर लड़के तथा लड़कियां, ससुराल वाले, तथा सभी स्वास्थ्य संबंधी संस्थान को कवर किया जाएगा।
वहीं तीसरे वर्ग में पंचायत स्तर की संस्थाओं से लेकर धार्मिक नेता, शैक्षिक संगठन, और सभी आम लोगों को शामिल किया गया है। अगर 2011 की जनगणना के अनुसार देखा जाए तो भारत में महिलाओं की संख्या प्रति हजार पुरुषों पर 918 ही है। जो यह दर्शाती है की महिलाओं के प्रति समाज में नकारात्मक सोच बनी हुई है। बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ योजना इसी सोच को समाप्त करके बेटियों की जन्म दर में वृद्धि करेगी।
BETI BACHAO BETI PADHAO YOJANA: OVERVIEW
आर्टिकल का नाम: Beti Bachao Beti Padhao Yojana
वर्ष: 2024
उद्देश्य: बेटियों तथा महिलाओं के प्रति सकारात्मक सोच विकसित करते हुए उनके पोषण तथा शिक्षा के लिए नीतियाँ और कार्यक्रम बनाना।
लाभार्थी: सभी महिलाएं
आधिकारिक वेबसाइट: https://wcd.nic.in/bbbp-schemes
बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ योजना का उद्देश्य–
यह योजना एक अंब्रेला योजना है, जिसके तहत कई सारी योजनाएं संचालित की जा रही है। इन सभी का उद्देश्य इन लक्षण को प्राप्त करना है–
- समाज में लिंग के आधार पर होने वाले भेदभाव को समाप्त करना।
- बालिकाओं की सुरक्षा और संरक्षण पर ध्यान देना।
- बेटियों के स्वास्थ्य और पोषण की उचित व्यवस्था करना।
- अर्थव्यवस्था के हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देना।
- कन्या भ्रूण हत्या जैसे अपराधों पर रोकथाम लगाना।
- बेटियों के जन्म पर पांच पेड़ लगाने का अनुरोध करके वृक्षारोपण को बढ़ावा देना तथा समाज को यह संदेश देना कि बेटियां प्रकृति के समान मानव जाति के लिए कितनी महत्वपूर्ण हैं।
BETI BACHAO BETI PADHAO YOJANA में क्या-क्या शामिल है-
- योजना की शुरुआत होने पर प्रथम चरण में ही सबसे पहले महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों को रोकने के लिए PC तथा PNDT Act को लागू किया गया।
- जमीनी स्तर पर लोगों को प्रशिक्षण देकर बेटियों के प्रति संवेदनशीलता तथा बेटियों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक बनाने के लिए सामुदायिक सभाएं आयोजित की गई।
- विशेष कर हरियाणा में Selfi With Daughter पहल की शुरुआत की गई जिसमें लोगों को अपनी बेटियों के साथ सेल्फी भेजने को कहा गया था। इस पहल की प्रशंसा दुनिया भर में की गई थी।
- देश के सभी राज्यों में मल्टी सेक्टोरल जिला एक्शन प्लान लागू किया जा रहे हैं। जिसमें पहली कतार में खड़े सभी कर्मचारी के क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण पर ध्यान दिया जा रहा है।
- बालिकाओं की सुरक्षा के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी देने के लिए डिजिटल गुड्डी-गुड्डा बोर्ड का उद्घाटन किया गया था।
- लड़कियों की पसंद के क्षेत्र में नौकरी करने के लिए उड़ान पहल को लागू किया गया।
- मेरा लक्ष्य मेरा टारगेट अभियान के माध्यम से बेहतर अंक हासिल करने वाली छात्राओं को पुरस्कृत किया गया।
- लक्ष्य से रूबरू कार्यक्रम के तहत छात्राओं को इंटर्नशिप कार्यक्रम में शामिल किया गया।
- इसके अलावा केंद्र तथा राज्य सरकारों द्वारा चलाई जा रही कई योजनाएं जैसे लाड़ली लक्ष्मी योजना, बहन बेटी योजना, माझी लाडकी योजना, कन्या सुमंगला योजना, आदि का संबंध बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के लक्ष्य को पूरा करना है।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना में भागीदारी कैसे करें
- इसमें भागीदारी करने या आवेदन करने के लिए सबसे पहले ऑफिशल वेबसाइट पर जाएं।
- अब होम पेज पर दाहिनी तरफ आपको संबंधित लिंक मिल जाएंगे।
- आप जिस चीज का लाभ उठाना चाहते हैं उसे पर CLICK करके इसका लाभ ले सकते हैं।
इस तरह, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना न केवल बेटियों की सुरक्षा और उनके विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह समाज में महिलाओं के प्रति सोच में भी बदलाव लाने का प्रयास कर रही है। यह योजना हमें हर किसी के लिए एक समान अवसर देने का प्रयास करती है, ताकि बेटियाँ भी समाज की मुख्यधारा में अपनी हिस्सेदारी निभा सकें। आगे चलकर, हम सभी को इस प्रकार की योजनाओं का समर्थन करना चाहिए और हर बेटी के साथ उचित सम्मान और अवसर देना चाहिए।